ESA and JAXA’s EarthCARE Mission: A Revolutionary Step in Climate Change Study; ESA और JXA का अर्थकेयर मिशन: जलवायु परिवर्तन के अध्ययन में एक क्रांतिकारी कदम:

हाल ही में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) ने संयुक्त रूप से अर्थ क्लाउड एरोसोल एंड रेडिएशन एक्सप्लोरर (EarthCARE/ अर्थकेयर) मिशन लॉन्च किया है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य बादलों, एरोसोल और विकिरण के बीच जटिल परस्पर अभिक्रिया का समग्र विवरण प्रदान करना है। इससे जलवायु संकट के दौरान पृथ्वी के विकिरण संतुलन में नई अंतर्दृष्टि प्राप्त होगी। यह मिशन जलवायु परिवर्तन की समझ को गहरा करेगा और इसके प्रभावों का पूर्वानुमान लगाने में मदद करेगा।

मिशन के उद्देश्य:

अर्थकेयर मिशन का प्रमुख उद्देश्य बादलों, एरोसोल और पृथ्वी के विकिरण संतुलन के बीच संबंधों का विस्तृत अध्ययन करना है। यह अध्ययन जलवायु परिवर्तन की समझ को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

पृथ्वी का विकिरण संतुलन (Radiation Balance)

पृथ्वी का विकिरण संतुलन वास्तव में पृथ्वी पर आने वाले और अंतरिक्ष में वापस जाने वाले विकिरण घटकों का लेखा-जोखा है। यह संतुलन धरती के जलवायु तंत्र को समझने के लिए महत्वपूर्ण है और जलवायु परिवर्तन के अध्ययन में एक प्रमुख घटक है।

कक्षा में स्थापित: सूर्य-तुल्यकालिक (Sun-synchronous) कक्षा

अर्थकेयर मिशन को सूर्य-तुल्यकालिक (Sun-synchronous) कक्षा में स्थापित किया गया है। यह कक्षा मिशन को सूर्य के समानांतर चलते हुए दिन-रात के विभिन्न हिस्सों में पृथ्वी का अवलोकन करने में सक्षम बनाती है। इस प्रकार, यह मिशन पृथ्वी के विभिन्न हिस्सों में होने वाले जलवायु परिवर्तनों का अध्ययन कर सकता है।

अर्थकेयर में लगे हुए उपकरण: अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग

मिशन में निम्नलिखित अत्याधुनिक उपकरण शामिल हैं:

  1. एटमॉस्फेरिक लिडार (Atmospheric Lidar): यह उपकरण वायुमंडल में एरोसोल और बादलों का अध्ययन करता है, जिससे इनके वितरण और गुणों की जानकारी मिलती है।
  2. क्लाउड प्रोफाइलिंग रडार (Cloud Profiling Radar): यह बादलों की ऊँचाई और संरचना की जानकारी प्रदान करता है, जिससे बादलों के बनने और बदलने की प्रक्रियाओं को समझा जा सकता है।
  3. मल्टीस्पेक्ट्रल इमेजर (MSI): यह उपकरण विभिन्न तरंग दैर्ध्यों पर बादलों और सतह की उच्च-रिज़ॉल्यूशन तस्वीरें लेता है, जिससे बादलों और सतह के गुणों का विश्लेषण किया जा सकता है।
  4. ब्रॉडबैंड रेडियोमीटर (Broadband Radiometer): यह उपकरण पृथ्वी से आने वाले और सूर्य से आने वाले विकिरण को मापता है, जिससे विकिरण संतुलन का अध्ययन किया जा सकता है।

बादलों, एरोसोल और पृथ्वी के विकिरण संतुलन के बीच संबंध:

बादल: जलवायु पर गहरा प्रभाव

बादल एरोसोल के साथ मिलकर पृथ्वी के हीट बजट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे सूर्य से आने वाली किरणों को परावर्तित करके या पृथ्वी की सतह से परावर्तित होने वाली अवरक्त विकिरणों को रोककर पृथ्वी की सतह को ठंडा या गर्म कर सकते हैं। बादलों द्वारा उत्पन्न उष्णता और शीतलन प्रभाव की सीमा बादलों के आकार, उनकी अवस्थिति, ऊँचाई, उनमें जल की मात्रा और कणों के आकार पर निर्भर करती है।

एरोसोल: सूक्ष्म कणों का महत्वपूर्ण योगदान

एरोसोल धूल और प्रदूषक जैसे छोटे कण होते हैं, जो वायुमंडल में निलंबित अवस्था में रहते हैं। ये सीधे तौर पर सौर विकिरण को परावर्तित और अवशोषित करते हैं तथा पृथ्वी की सतह से परावर्तित होने वाले विकिरण को अंतरिक्ष में जाने से रोकते हैं। अप्रत्यक्ष रूप से ये बादलों के निर्माण के लिए केन्द्रक के रूप में कार्य करते हैं, जिसका जलवायु पर अधिक प्रभाव पड़ता है। औद्योगीकरण, कृषि जैसी मानव-जनित गतिविधियाँ वायुमंडलीय एरोसोल साद्रंता में व्यापक बदलाव कर देती हैं, जिससे क्षेत्रीय जलवायु पैटर्न प्रभावित होते हैं।

निष्कर्ष:

अर्थकेयर मिशन के माध्यम से प्राप्त आंकड़े और निष्कर्ष जलवायु परिवर्तन की समझ को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। यह मिशन वैज्ञानिकों को पृथ्वी के विकिरण संतुलन, बादलों और एरोसोल के बीच जटिल परस्पर क्रियाओं को बेहतर तरीके से समझने में मदद करेगा, जिससे जलवायु संकट के दौरान प्रभावी समाधान ढूँढने में सहायता मिलेगी। ESA और JXA की इस संयुक्त पहल से वैज्ञानिक समुदाय को महत्वपूर्ण डेटा प्राप्त होगा, जिससे पृथ्वी की जलवायु प्रणाली के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद मिलेगी।

अर्थकेयर मिशन से प्राप्त नई अंतर्दृष्टियाँ और डेटा जलवायु विज्ञान में नए आयाम स्थापित करेंगे और पृथ्वी के भविष्य के जलवायु पूर्वानुमान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह मिशन न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके परिणामस्वरूप हम बेहतर जलवायु नीतियाँ और प्रबंधन रणनीतियाँ विकसित कर सकते हैं, जो पृथ्वी के पर्यावरण और मानवता के लिए लाभकारी होंगी।

FAQs:

अर्थकेयर मिशन क्या है?

अर्थकेयर मिशन यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) का एक संयुक्त प्रयास है, जिसका उद्देश्य बादलों, एरोसोल और पृथ्वी के विकिरण संतुलन के बीच जटिल परस्पर क्रियाओं का अध्ययन करना है।

अर्थकेयर मिशन किस कक्षा में स्थापित है?

अर्थकेयर मिशन को सूर्य-तुल्यकालिक (Sun-synchronous) कक्षा में स्थापित किया गया है, जिससे यह मिशन पृथ्वी के विभिन्न हिस्सों में दिन-रात के दौरान अवलोकन कर सकता है।

अर्थकेयर मिशन में कौन-कौन से उपकरण लगे हुए हैं?

अर्थकेयर मिशन में चार प्रमुख उपकरण शामिल हैं:
1. एटमॉस्फेरिक लिडार (Atmospheric Lidar)
2. क्लाउड प्रोफाइलिंग रडार (Cloud Profiling Radar)
3. मल्टीस्पेक्ट्रल इमेजर (MSI)
4. ब्रॉडबैंड रेडियोमीटर (Broadband Radiometer)

बादल और एरोसोल जलवायु को कैसे प्रभावित करते हैं?

बादल और एरोसोल दोनों पृथ्वी के विकिरण संतुलन को प्रभावित करते हैं। बादल सूर्य की किरणों को परावर्तित करके या पृथ्वी से निकलने वाली अवरक्त विकिरण को रोककर सतह को ठंडा या गर्म कर सकते हैं। एरोसोल सीधे तौर पर सौर विकिरण को परावर्तित और अवशोषित करते हैं तथा अप्रत्यक्ष रूप से बादलों के निर्माण में सहायक होते हैं।

पृथ्वी का विकिरण संतुलन क्या है?

पृथ्वी का विकिरण संतुलन पृथ्वी पर आने वाले और अंतरिक्ष में वापस जाने वाले विकिरण घटकों का लेखा-जोखा है। यह संतुलन पृथ्वी की जलवायु को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

अर्थकेयर मिशन का जलवायु परिवर्तन पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

अर्थकेयर मिशन से प्राप्त अंतर्दृष्टियाँ और डेटा जलवायु परिवर्तन की समझ को बढ़ाएंगे और इसके प्रभावों का पूर्वानुमान लगाने में मदद करेंगे। इससे प्रभावी जलवायु नीतियाँ और प्रबंधन रणनीतियाँ विकसित करने में सहायता मिलेगी।

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