FATF, Interpol, and UNODC Discuss Crime Prevention at CCPCJ Session; अपराध रोकथाम के लिए CCPCJ के सत्र में FATF, इंटरपोल और UNODC के सुझाव:

अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय पर आयोग (Commission on Crime Prevention and Criminal Justice – CCPCJ) ने हाल ही में वियना में अपना 33वां सत्र आयोजित किया। इस सत्र में अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराधों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का आग्रह किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक में वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (Financial Action Task Force – FATF), इंटरपोल और मादक पदार्थों और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (United Nations Office on Drugs and Crime – UNODC) के प्रमुखों ने भाग लिया।

Table Of Contents
  1. अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराधों के खिलाफ कदम:
  2. CCPCJ के 33वें सत्र के मुख्य निर्णय:
  3. जनरेशन जस्टिस (GenJust) पहल की शुरुआत:
  4. अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराध (Transnational Organized Crimes – TnOCs) के बारे में
  5. अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय पर आयोग (CCPCJ) के बारे में:
  6. निष्कर्ष:

अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराधों के खिलाफ कदम:

सत्र में सभी प्रमुख संगठनों ने गैर-कानूनी तरीके से अर्जित मुनाफे पर अंकुश लगाने और आपराधिक गतिविधियों को हतोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही, अपराध रोकथाम प्रयासों को अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता भी जताई गई। संगठित अपराधों को नियंत्रित करने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि उनकी वित्तीय जड़ों को काटा जाए और गैर-कानूनी तरीके से अर्जित धन को जब्त किया जाए।

CCPCJ के 33वें सत्र के मुख्य निर्णय:

इस सत्र में निम्नलिखित चार विषयगत (थीमेटिक) संकल्प अपनाए गए:

1. तकनीकी क्षेत्र में तीव्र प्रगति को देखते हुए व्यक्तियों की तस्करी की समस्या से निपटना:
तकनीकी प्रगति के साथ-साथ तस्करी के नए-नए तरीकों से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। तकनीकी प्रगति के कारण तस्करी के नए और अधिक परिष्कृत तरीके विकसित हो रहे हैं, जिनसे निपटने के लिए प्रभावी तकनीकी समाधान की आवश्यकता है।

2. आतंकवादी समूहों से जुड़े बच्चों के साथ व्यवहार:
आतंकवादी समूहों द्वारा उपयोग किए जाने वाले बच्चों के पुनर्वास और उनके अधिकारों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया। बच्चों को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने से रोकने और उन्हें सुरक्षित और स्वस्थ जीवन देने के लिए विशेष कार्यक्रमों की आवश्यकता है।

3. पुनर्वास और समुदाय के साथ पुन:एकीकरण के माध्यम से व्यक्तियों को फिर से आपराधिक गतिविधियों से जुड़ने से रोकना:
पुनर्वास कार्यक्रमों और सामुदायिक समर्थन के माध्यम से आपराधिक गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों को सुधारने पर जोर दिया गया। पुनर्वास और पुन:एकीकरण के प्रयासों से व्यक्तियों को समाज में फिर से शामिल किया जा सकता है और आपराधिक गतिविधियों से दूर रखा जा सकता है।

4. संगठित आपराधिक समूहों और आतंकवादी समूहों द्वारा बच्चों के खिलाफ हिंसा को रोकना एवं ऐसी स्थिति से निपटना:
बच्चों के खिलाफ हिंसा को रोकने और इससे निपटने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। बच्चों के खिलाफ हिंसा एक गंभीर समस्या है, जिसे प्रभावी नीतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से हल किया जा सकता है।

जनरेशन जस्टिस (GenJust) पहल की शुरुआत:

इस सत्र में जनरेशन जस्टिस (Generation Justice – GenJust) पहल की भी शुरुआत की गई। इसका उद्देश्य अपराध की रोकथाम और आपराधिक न्याय पर अंतर्राष्ट्रीय एजेंडे को तैयार करने में दुनिया भर के युवाओं को शामिल करना है। यह पहल युवाओं को आपराधिक न्याय प्रणाली में शामिल करने और उनके विचारों और सुझावों को महत्व देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराध (Transnational Organized Crimes – TnOCs) के बारे में

अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराध ऐसी गैर-कानूनी गतिविधियां हैं, जिन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष वित्तीय या भौतिक लाभ प्राप्त करने के लिए समूहों या नेटवर्क द्वारा मिलकर संचालित किया जाता है। इसके लिए हिंसा, भ्रष्टाचार या ऐसे ही गैर-कानूनी तरीकों का सहारा लिया जाता है।

उदाहरण के लिए:

  • मादक पदार्थों की तस्करी
  • मानव तस्करी
  • प्रवासियों की तस्करी

ऐसे अपराधों को तब अंजाम दिया जाता है जब उक्त गतिविधियां दो या दो से अधिक देशों में संचालित की जाती हैं या दो या दो से अधिक देशों में समूह या नेटवर्क संचालित किए जाते हैं।

अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय पर आयोग (CCPCJ) के बारे में:

उत्पत्ति:
CCPCJ को 1992 में संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद (Economic and Social Council – ECOSOC) के एक संकल्प द्वारा स्थापित किया गया था।

कार्य:
यह अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय के क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख नीति-निर्माण संस्था है। इसका मुख्य कार्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आपराधिक न्याय और अपराध रोकथाम के लिए नीतियां बनाना और उन्हें लागू करना है।

सदस्यता:
ECOSOC द्वारा 40 सदस्य देश चुने जाते हैं। इसकी अध्यक्षता एक ब्यूरो करता है, जो आयोग की गतिविधियों का संचालन और निगरानी करता है।

निष्कर्ष:

CCPCJ के 33वें सत्र में अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराधों के खिलाफ कदम उठाने के लिए किए गए संकल्प और पहल महत्वपूर्ण हैं। इन कदमों से न केवल अपराध रोकथाम में मदद मिलेगी बल्कि अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और स्थिरता को भी बढ़ावा मिलेगा। संगठित अपराधों से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग और मजबूत नीतियों की आवश्यकता है, और CCPCJ इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इन प्रयासों से अपराध की जड़ें कमजोर होंगी और विश्वभर में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा। अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार के लिए ऐसे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और ठोस कदम उठाना समय की मांग है।

CCPCJ क्या है और इसका मुख्य कार्य क्या है?

CCPCJ (Commission on Crime Prevention and Criminal Justice) अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय के क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख नीति-निर्माण संस्था है। इसका मुख्य कार्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आपराधिक न्याय और अपराध रोकथाम के लिए नीतियां बनाना और उन्हें लागू करना है।

CCPCJ का 33वां सत्र कहाँ आयोजित हुआ था?

CCPCJ का 33वां सत्र वियना में आयोजित हुआ था।

CCPCJ के 33वें सत्र में कौन-कौन से प्रमुख संगठनों ने भाग लिया था?

CCPCJ के 33वें सत्र में वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF), इंटरपोल और मादक पदार्थों और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) के प्रमुखों ने भाग लिया था।

CCPCJ के 33वें सत्र के मुख्य संकल्प क्या थे?

CCPCJ के 33वें सत्र में निम्नलिखित चार मुख्य संकल्प अपनाए गए:
(1) तकनीकी क्षेत्र में तीव्र प्रगति को देखते हुए व्यक्तियों की तस्करी की समस्या से निपटना।
(2) आतंकवादी समूहों से जुड़े बच्चों के साथ व्यवहार।
(3) पुनर्वास और समुदाय के साथ पुन:एकीकरण के माध्यम से व्यक्तियों को फिर से आपराधिक गतिविधियों से जुड़ने से रोकना।
(4) संगठित आपराधिक समूहों और आतंकवादी समूहों द्वारा बच्चों के खिलाफ हिंसा को रोकना एवं ऐसी स्थिति से निपटना।

जनरेशन जस्टिस (GenJust) पहल का उद्देश्य क्या है?

जनरेशन जस्टिस (GenJust) पहल का उद्देश्य अपराध की रोकथाम और आपराधिक न्याय पर अंतर्राष्ट्रीय एजेंडे को तैयार करने में दुनिया भर के युवाओं को शामिल करना है।

अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराध क्या होते हैं?

अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराध ऐसी गैर-कानूनी गतिविधियां हैं, जिन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष वित्तीय या भौतिक लाभ प्राप्त करने के लिए समूहों या नेटवर्क द्वारा मिलकर संचालित किया जाता है। इसके लिए हिंसा, भ्रष्टाचार या ऐसे ही गैर-कानूनी तरीकों का सहारा लिया जाता है।

CCPCJ की स्थापना कब और किसके द्वारा की गई थी?

CCPCJ की स्थापना 1992 में संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) के एक संकल्प द्वारा की गई थी।

CCPCJ के 33वें सत्र में मुख्य रूप से किन मुद्दों पर चर्चा की गई?

CCPCJ के 33वें सत्र में मुख्य रूप से संगठित अपराधों के खिलाफ कदम, तस्करी की समस्या, आतंकवादी समूहों से जुड़े बच्चों का पुनर्वास, और बच्चों के खिलाफ हिंसा रोकने के मुद्दों पर चर्चा की गई।

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