इंटरनेशनल कंपेरिसन प्रोग्राम (ICP) द्वारा 2021 के लिए वैश्विक क्रय शक्ति समता (Purchasing Power Parities: PPP) से संबंधित आंकड़े जारी किए गए हैं। इस रिपोर्ट में 176 अर्थव्यवस्थाओं की तुलना की गई है। यह आंकड़े वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के प्रदर्शन का विश्लेषण करने और विभिन्न देशों के बीच आर्थिक शक्ति का आकलन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आइए, इन आंकड़ों के मुख्य बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा करें।
- वैश्विक क्रय शक्ति समता (PPP) के आधार पर शीर्ष अर्थव्यवस्थाएं:
- उच्च और निम्न आय वाली अर्थव्यवस्थाओं का योगदान:
- वैश्विक क्रय शक्ति समता (PPP) के बारे में जानकारी:
- इंटरनेशनल कंपेरिसन प्रोग्राम (ICP) के बारे में:
- निष्कर्ष:
- FAQs:
- क्रय शक्ति समता (PPP) क्या है?
- 2021 में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था कौन सी थी?
- भारत की अर्थव्यवस्था 2021 में किस स्थान पर थी?
- इंटरनेशनल कंपेरिसन प्रोग्राम (ICP) क्या है?
- उच्च आय वाली अर्थव्यवस्थाओं का वैश्विक GDP में कितना योगदान है?
- निम्न आय वाली अर्थव्यवस्थाओं का वैश्विक GDP में कितना योगदान है?
- क्रय शक्ति समता (PPP) का महत्व क्या है?
- ICP की शुरुआत कब हुई थी?
- क्रय शक्ति समता (PPP) का उपयोग कैसे किया जाता है?
वैश्विक क्रय शक्ति समता (PPP) के आधार पर शीर्ष अर्थव्यवस्थाएं:
चीन: सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
2021 में क्रय शक्ति समता (PPP) के आधार पर चीन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी, जिसका आकार 28.8 ट्रिलियन डॉलर था। यह आंकड़ा दर्शाता है कि चीन ने वैश्विक बाजार में अपनी मजबूत स्थिति को बनाए रखा है और निरंतर विकास की दिशा में अग्रसर है।
संयुक्त राज्य अमेरिका: दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
चीन के बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा। इसकी आर्थिक स्थिति मजबूत है और यह वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
भारत: तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
क्रय शक्ति समता (PPP) के आधार पर, भारत 11 ट्रिलियन डॉलर के साथ विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी। साथ ही, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में भारत की हिस्सेदारी 7.2% थी। हालाँकि, GDP के आकार के आधार पर, भारत वर्तमान में विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
उच्च और निम्न आय वाली अर्थव्यवस्थाओं का योगदान:
उच्च आय वाली अर्थव्यवस्थाएं
उच्च आय वाली अर्थव्यवस्थाओं में विश्व की केवल 16.4% आबादी निवास करती है, जबकि वैश्विक GDP में इन देशों की हिस्सेदारी 46% है। यह दर्शाता है कि उच्च आय वाले देशों में आर्थिक गतिविधियों का स्तर और उत्पादकता अधिक है।
निम्न आय वाली अर्थव्यवस्थाएं
दूसरी ओर, निम्न आय वाली अर्थव्यवस्थाओं में विश्व की 8.4% आबादी निवास करती है, जबकि वैश्विक GDP में इनकी हिस्सेदारी केवल 1% है। यह असमानता दर्शाती है कि निम्न आय वाले देशों को अभी भी आर्थिक विकास और समृद्धि के लिए लंबा रास्ता तय करना है।
वैश्विक क्रय शक्ति समता (PPP) के बारे में जानकारी:
क्रय शक्ति समता (PPP) की परिभाषा
क्रय शक्ति समता (PPP) एक विनिमय दर है, जिसमें किसी वस्तु को खरीदने के लिए दो अलग-अलग देशों में भुगतान की गई स्थानीय मुद्रा की विनिमय दर का मापन किया जाता है। उदाहरण के लिए, यदि एक हैमबर्गर लंदन में £2 में और न्यूयॉर्क में $4 में बिक रहा है, तो इसका अर्थ होगा कि PPP विनिमय दर के मामले में 1 पाउंड 2 अमेरिकी डॉलर के बराबर होगा। इसका उपयोग करके अलग-अलग देशों की मुद्राओं के सापेक्ष मूल्य का पता लगाया जाता है।
क्रय शक्ति समता का महत्त्व
जीवन स्तर का मापन: क्रय शक्ति समता (PPP) बाजार विनिमय दर (MER) पर आधारित अनुमानों की तुलना में अलग-अलग देशों में जीवन स्तर का अधिक सटीक माप प्रदान करता है।
क्रय शक्ति का सही प्रदर्शन: बाजार विनिमय दर में प्रायः उच्च आय वाले देशों की क्रय शक्ति को अधिक दर्शाया जाता है, जबकि निम्न आय वाले देशों की क्रय शक्ति को कम करके दिखाया जाता है।
स्थिरता: क्रय शक्ति समता आधारित विनिमय दरें समय बदलने के साथ MER की तुलना में अपेक्षाकृत स्थिर बनी रहती हैं।
इंटरनेशनल कंपेरिसन प्रोग्राम (ICP) के बारे में:
इंटरनेशनल कंपेरिसन प्रोग्राम (ICP) एक विश्वव्यापी सांख्यिकीय पहल है जो विश्व की अर्थव्यवस्थाओं के लिए क्रय शक्ति समता निकालने के लिए तुलनात्मक मूल्य संबंधी डेटा और विस्तृत GDP व्यय के आंकड़े एकत्र करती है। यह संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग के तत्वावधान में विश्व बैंक द्वारा समन्वित बहु-भागीदारी पहल है।
ICP का इतिहास और विकास
शुरुआत: ICP की शुरुआत 1968 में की गई थी।
स्थायी तत्व: यह 2016 से वैश्विक सांख्यिकीय कार्यक्रम का एक स्थायी तत्व रहा है।
मूल्य स्तर सूचकांक (PLI): ICP मूल्य स्तर सूचकांक (PLI) को भी मापता है, जो क्रय शक्ति समता और उसके संगत विनिमय दर का अनुपात होता है।
निष्कर्ष:
2021 के वैश्विक क्रय शक्ति समता (PPP) से संबंधित आंकड़े हमें यह समझने में मदद करते हैं कि विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं का वैश्विक परिदृश्य में क्या स्थान है। चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वहीं, उच्च और निम्न आय वाली अर्थव्यवस्थाओं के बीच असमानता भी स्पष्ट होती है। क्रय शक्ति समता (PPP) एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो हमें विभिन्न देशों के बीच आर्थिक शक्ति का सही आकलन करने में मदद करता है।
FAQs:
क्रय शक्ति समता (PPP) क्या है?
क्रय शक्ति समता (PPP) एक विनिमय दर है, जिसका उपयोग विभिन्न देशों की मुद्राओं के सापेक्ष मूल्य का मापन करने के लिए किया जाता है। यह दर्शाता है कि एक समान वस्तु या सेवा को खरीदने के लिए अलग-अलग देशों में कितनी मुद्रा की आवश्यकता होती है।
2021 में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था कौन सी थी?
2021 में क्रय शक्ति समता (PPP) के आधार पर सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन थी, जिसका आकार 28.8 ट्रिलियन डॉलर था।
भारत की अर्थव्यवस्था 2021 में किस स्थान पर थी?
2021 में क्रय शक्ति समता (PPP) के आधार पर, भारत 11 ट्रिलियन डॉलर के साथ विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी।
इंटरनेशनल कंपेरिसन प्रोग्राम (ICP) क्या है?
इंटरनेशनल कंपेरिसन प्रोग्राम (ICP) एक वैश्विक सांख्यिकीय पहल है, जो विश्व की अर्थव्यवस्थाओं के लिए क्रय शक्ति समता (PPP) निकालने के लिए तुलनात्मक मूल्य संबंधी डेटा और विस्तृत GDP व्यय के आंकड़े एकत्र करती है। इसे संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी आयोग के तत्वावधान में विश्व बैंक द्वारा समन्वित किया जाता है।
उच्च आय वाली अर्थव्यवस्थाओं का वैश्विक GDP में कितना योगदान है?
उच्च आय वाली अर्थव्यवस्थाओं में विश्व की केवल 16.4% आबादी निवास करती है, जबकि वैश्विक GDP में इन देशों की हिस्सेदारी 46% है।
निम्न आय वाली अर्थव्यवस्थाओं का वैश्विक GDP में कितना योगदान है?
निम्न आय वाली अर्थव्यवस्थाओं में विश्व की 8.4% आबादी निवास करती है, जबकि वैश्विक GDP में इनकी हिस्सेदारी केवल 1% है।
क्रय शक्ति समता (PPP) का महत्व क्या है?
क्रय शक्ति समता (PPP) जीवन स्तर का अधिक सटीक माप प्रदान करती है और बाजार विनिमय दर (MER) पर आधारित अनुमानों की तुलना में विभिन्न देशों में जीवन स्तर की बेहतर तुलना करने में मदद करती है। यह समय के साथ अपेक्षाकृत स्थिर रहती है और उच्च आय वाले तथा निम्न आय वाले देशों की क्रय शक्ति को सही ढंग से दर्शाती है।
ICP की शुरुआत कब हुई थी?
इंटरनेशनल कंपेरिसन प्रोग्राम (ICP) की शुरुआत 1968 में की गई थी और यह 2016 से वैश्विक सांख्यिकीय कार्यक्रम का एक स्थायी तत्व रहा है।
क्रय शक्ति समता (PPP) का उपयोग कैसे किया जाता है?
क्रय शक्ति समता (PPP) का उपयोग विभिन्न देशों के बीच आर्थिक शक्ति का आकलन करने, जीवन स्तर की तुलना करने और मुद्राओं के सापेक्ष मूल्य का मापन करने के लिए किया जाता है। यह अर्थशास्त्रियों और नीति निर्माताओं के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है।