Pakistan Admits: PoK is Not Part of Pakistan; पाकिस्तान ने स्वीकारा: PoK पाकिस्तान का हिस्सा नहीं:

पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में एक बड़ा और महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में हलचल मचा दी है। पाकिस्तान के एडिशनल अटॉर्नी जनरल ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट के समक्ष स्वीकार किया है कि पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) एक विदेशी क्षेत्र है और यह पाकिस्तान के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। यह बयान न केवल पाकिस्तान की आधिकारिक नीति पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर भी गहरा प्रभाव डाल सकता है। इस लेख में, हम इस बयान के प्रभावों, ऐतिहासिक संदर्भों, और क्षेत्रीय विवादों पर चर्चा करेंगे।

पाकिस्तान के एडिशनल अटॉर्नी जनरल का बयान:

पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट के समक्ष एक अहम बयान दिया है, जिसमें उसने स्वीकार किया है कि पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) एक विदेशी क्षेत्र है और यह पाकिस्तान के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। इस बयान ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में कई सवाल खड़े कर दिए हैं और यह संकेत देता है कि पाकिस्तान PoK के संदर्भ में अपनी आधिकारिक स्थिति पर पुनर्विचार कर रहा है। इस बयान का महत्व इस बात से बढ़ जाता है कि यह पहली बार है जब पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से अपनी स्थिति को स्पष्ट किया है।

नवाज शरीफ का बयान और लाहौर संधि का उल्लंघन:

हाल ही में, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान और भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्रियों के बीच हस्ताक्षरित लाहौर संधि (1999) का उल्लंघन हुआ है। लाहौर संधि ने दोनों देशों के बीच लंबित मुद्दों को हल करने के लिए समग्र और एकीकृत वार्ता पर जोर दिया था। हालांकि, समझौते पर हस्ताक्षर करने के कुछ समय बाद ही पाकिस्तानी सैनिकों ने कारगिल जिले में घुसपैठ कर दी थी, जिसके कारण 1999 में कारगिल में भारत व पाकिस्तान के बीच संघर्ष हुआ था। नवाज शरीफ के इस बयान ने भी पाकिस्तान की नीति और उसकी क्रियाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) का इतिहास:

1947 में भारत के विभाजन के समय, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था। इस क्षेत्र को वर्तमान में पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) कहा जाता है। इसमें नृजातीय और भाषाई रूप से दो अलग-अलग क्षेत्र शामिल हैं – मीरपुर-मुजफ्फराबाद क्षेत्र और गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र।

भारत का दावा:

PoK भारत के दो केंद्र शासित प्रदेशों यानी जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख का हिस्सा है। इस कारण, यह भारत का अभिन्न हिस्सा है। भारत का दावा है कि PoK पर पाकिस्तान का कब्जा अवैध है और इसे खाली किया जाना चाहिए। यह भारत-पाकिस्तान के बीच क्षेत्रीय विवाद का एक प्रमुख मुद्दा है और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी इस पर लगातार चर्चा होती रहती है।

भारत-पाकिस्तान क्षेत्रीय सीमांकन की वर्तमान स्थिति:

अंतर्राष्ट्रीय सीमा

अंतर्राष्ट्रीय सीमा गुजरात से जम्मू के अखनूर में चिनाब के उत्तरी तट तक विस्तारित है। यह लगभग 2,400 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच स्पष्ट विभाजन रेखा बनाती है।

नियंत्रण रेखा (Line of Control: LoC)

नियंत्रण रेखा एक युद्ध विराम रेखा है, जो जम्मू के कुछ हिस्सों से लेह के कुछ हिस्सों तक विस्तारित है। यह भारत और पाकिस्तान के बीच 1948 एवं 1971 के युद्धों के बाद अस्तित्व में आई थी और इसका निर्धारण शिमला समझौते (1972) में किया गया था। LoC पर दोनों देशों के बीच समय-समय पर संघर्ष होते रहते हैं।

वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा (Actual Ground Position Line: AGPL)

AGPL सियाचिन क्षेत्र में भारतीय और पाकिस्तानी सैनिकों की वर्तमान तैनाती की स्थिति को स्पष्ट करती है। यह NJ-9842 से उत्तर में इंदिरा कॉल तक विस्तृत है। सियाचिन क्षेत्र में अत्यधिक ऊंचाई और कठोर जलवायु के बावजूद दोनों देशों के सैनिक तैनात रहते हैं।

सर क्रीक क्षेत्र

सर क्रीक क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सीमा और भारत व पाकिस्तान के बीच अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा का सीमांकन नहीं किया गया है। यह क्षेत्र भी विवादित है और दोनों देशों के बीच इसे लेकर बातचीत चलती रहती है।

निष्कर्ष:

पाकिस्तान सरकार द्वारा इस्लामाबाद हाई कोर्ट में दिया गया बयान, जिसमें PoK को एक विदेशी क्षेत्र के रूप में मान्यता दी गई है, ने क्षेत्रीय राजनीति में एक नई चर्चा को जन्म दिया है। यह बयान न केवल पाकिस्तान की आंतरिक नीति को प्रभावित करेगा बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में भी इसकी गूंज सुनाई देगी। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह बयान भविष्य में भारत-पाकिस्तान संबंधों को कैसे प्रभावित करता है और क्षेत्रीय विवादों के समाधान के लिए क्या नए प्रयास किए जाते हैं। इस नए घटनाक्रम के संदर्भ में, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया और आगे की रणनीतियाँ महत्वपूर्ण होंगी।

FAQs:

पाकिस्तान सरकार ने PoK के बारे में क्या बयान दिया?

पाकिस्तान के एडिशनल अटॉर्नी जनरल ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट के समक्ष बयान दिया कि पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) एक विदेशी क्षेत्र है और यह पाकिस्तान के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।

PoK का इतिहास क्या है?

1947 में भारत के विभाजन के समय, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था। इस क्षेत्र को वर्तमान में पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) कहा जाता है। इसमें मीरपुर-मुजफ्फराबाद क्षेत्र और गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र शामिल हैं।

नवाज शरीफ का लाहौर संधि पर क्या बयान है?

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान और भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्रियों के बीच हस्ताक्षरित लाहौर संधि (1999) का उल्लंघन हुआ है। लाहौर संधि ने दोनों देशों के बीच लंबित मुद्दों को हल करने के लिए समग्र और एकीकृत वार्ता पर जोर दिया था।

भारत का PoK पर क्या दावा है?

भारत का दावा है कि पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) उसके दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख, का हिस्सा है। भारत का मानना है कि PoK पर पाकिस्तान का कब्जा अवैध है और इसे खाली किया जाना चाहिए।

नियंत्रण रेखा (LoC) क्या है?

नियंत्रण रेखा (LoC) एक युद्ध विराम रेखा है, जो जम्मू के कुछ हिस्सों से लेह के कुछ हिस्सों तक विस्तारित है। यह भारत और पाकिस्तान के बीच 1948 एवं 1971 के युद्धों के बाद अस्तित्व में आई थी और इसका निर्धारण शिमला समझौते (1972) में किया गया था।

वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा (AGPL) क्या है?

वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा (AGPL) सियाचिन क्षेत्र में भारतीय और पाकिस्तानी सैनिकों की वर्तमान तैनाती की स्थिति को स्पष्ट करती है। यह NJ-9842 से उत्तर में इंदिरा कॉल तक विस्तृत है।

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