The Most Precise Measurement of the Expansion of the Universe: The Remarkable Discovery of the Dark Energy Spectroscopic Instrument (DESI); ब्रह्मांड के विस्तार की सबसे सटीक माप: डार्क एनर्जी स्पेक्ट्रोस्कोपिक इंस्ट्रूमेंट (DESI) की अद्भुत खोज:

ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है – यह हम लंबे समय से जानते हैं। लेकिन इस विस्तार की गति कितनी है, और समय के साथ यह कैसे बदलती रहती है? ये बड़े सवाल हैं जिनका जवाब ढूंढने में खगोलविद दशकों से लगे हुए हैं। हाल ही में प्रकाशित एक शोध-पत्र ने ब्रह्मांड के विस्तार की अब तक की सबसे सटीक माप प्रस्तुत की है। इस उपलब्धि में डार्क एनर्जी स्पेक्ट्रोस्कोपिक इंस्ट्रूमेंट (DESI) की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यह महत्वपूर्ण खोज न केवल ब्रह्मांड के विकास के बारे में हमारी समझ को गहरा करती है, बल्कि रहस्यमयी डार्क एनर्जी की प्रकृति पर भी प्रकाश डालती है।

DESI क्या है?

डार्क एनर्जी स्पेक्ट्रोस्कोपिक इंस्ट्रूमेंट (DESI) एक अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरण है जो ब्रह्मांड की संरचना और उसमें डार्क एनर्जी (dark energy) के प्रभाव को समझने के लिए बनाया गया है। DESI, किट पीक नेशनल ऑब्जर्वेटरी (Kit Peak National Observatory), एरिज़ोना, अमेरिका में स्थित मेयॉल 4-मीटर टेलीस्कोप (Mayall 4-meter Telescope) पर लगा हुआ है। यह एक अंतरराष्ट्रीय सहयोग का परिणाम है जिसमें भारत सहित 70 से अधिक देशों के वैज्ञानिक शामिल हैं।

DESI कैसे खास है?

DESI की खासियत दूरस्थ आकाशगंगाओं (distant galaxies) के प्रकाश का विश्लेषण करने की इसकी क्षमता में है। दूर से आने वाला यह प्रकाश ब्रह्मांड के विस्तार के कारण “रेडशिफ्टेड” हो जाता है। इस रेडशिफ्ट (redshift) का मापन कर DESI वैज्ञानिकों को इन आकाशगंगाओं की दूरी और उनकी गति का अंदाज़ा लगाने में मदद करता है। हजारों नहीं, बल्कि लाखों आकाशगंगाओं की इस तरह “मैपिंग” कर DESI ने ब्रह्मांड का सबसे विस्तृत एवं सटीक त्रिआयामी नक्शा (3D map) बनाया है।

शोध-पत्र से मिली महत्वपूर्ण जानकारियाँ:

  • ब्रह्मांड का विस्तार: DESI के आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार, ब्रह्मांड 68.5 (±0.6) किलोमीटर प्रति सेकंड प्रति मेगापरसेक (एक मिलियन पारसेक) की दर से विस्तार कर रहा है। आसान भाषा में, इसका अर्थ है– हर मेगापरसेक दूरी के लिए, ब्रह्मांड में मौजूद आकाशगंगाएं 68.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की अतिरिक्त गति से हमसे दूर जा रही हैं। (मेगापरसेक दूरी की एक इकाई है जो लगभग 32.6 लाख प्रकाश-वर्ष के बराबर होती है। 1 पारसेक 3.2616 प्रकाश-वर्ष के बराबर होता है।)
  • सटीकता: यह ब्रह्मांड की विस्तार दर (expansion rate) के हमारे पिछले अनुमानों से मेल खाता है। हालांकि, महत्वपूर्ण बात यह है कि DESI के खोजे गए आंकड़े इन अनुमानों से कहीं अधिक सटीक हैं। त्रुटि की संभावना (margin of error) सिर्फ 1% से भी कम है, जो इस क्षेत्र के लिए एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।
  • डार्क एनर्जी: DESI का प्रमुख उद्देश्य डार्क एनर्जी को समझना है। यह एक रहस्यमय बल है जो ब्रह्मांड के बढ़ते विस्तार के लिए उत्तरदायी माना जाता है। पिछले 11 अरब वर्षों में डार्क एनर्जी के प्रभाव के अध्ययन के लिए DESI के नक्शे ने वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड के विस्तार की सबसे सटीक जानकारी दी है।
  • ब्रह्मांड का 3D मानचित्र: DESI ने ब्रह्मांड का अब तक का सबसे बड़ा और विस्तृत त्रि-आयामी (3D) मानचित्र बनाया है। यह मानचित्र वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड में बड़े पैमाने पर संरचनाओं के वितरण का अध्ययन करने की अनुमति देगा, जो ब्रह्मांड के विकास को बेहतर ढंग से समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

ब्रह्मांड का मानक मॉडल: लैम्डा CDM

ब्रह्मांड के प्रमुख मॉडल को लैम्डा CDM (कोल्ड डार्क मैटर) मॉडल के रूप में जाना जाता है। इस मॉडल के अनुसार, सामान्य मैटर (जैसे तारे, ग्रह और आकाशगंगाएँ), डार्क मैटर और डार्क एनर्जी ब्रह्मांड का निर्माण करते हैं। DESI द्वारा किए गए अवलोकन लैम्डा CDM मॉडल के अनुरूप हैं और ब्रह्मांड के विस्तार को चलाने में डार्क एनर्जी की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाते हैं। जहां सामान्य पदार्थ और डार्क मैटर ब्रह्मांड के विस्तार को धीमा करने की कोशिश करते हैं, वहीं डार्क एनर्जी इससे उल्टा काम करती है। यह ब्रह्मांड के विस्तार को गति देती है।

डार्क मैटर और डार्क एनर्जी: ब्रह्मांड के रहस्य

  • डार्क एनर्जी: डार्क एनर्जी ब्रह्मांड का प्रमुख घटक माना जाता है, हम इसके अस्तित्व को देख नहीं सकते, लेकिन ब्रह्मांड के विस्तार पर इसके होने का अहम प्रभाव माना जाता है। वैज्ञानिक मानते हैं कि ब्रह्मांड का लगभग 68% हिस्सा डार्क एनर्जी है। यह एक अज्ञात ऊर्जा है जो ब्रह्मांड के विस्तार को तेज कर रही है। DESI द्वारा किया गया शोध डार्क एनर्जी के व्यवहार को और बेहतर ढंग से समझने में वैज्ञानिकों की मदद करेगा।
  • डार्क मैटर: डार्क मैटर ब्रह्मांड का लगभग 27% हिस्सा बनाता है। यह मैटर का एक काल्पनिक स्वरूप है जिसे सीधे नहीं देखा जा सकता है। हालांकि, ब्रह्मांड में आकाशगंगाओं और अन्य बड़े पैमाने की संरचनाओं पर इसके गुरुत्वाकर्षण प्रभावों के आधार पर इसके अस्तित्व का पता लगाया जा सकता है।

निष्कर्ष:

DESI द्वारा की गई खोज ब्रह्मांड के बारे में हमारी समझ को बेहतर करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे मिलने वाला डेटा वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड के भविष्य के बारे में बेहतर भविष्यवाणियां करने में भी सक्षम करेगा। सबसे जरूरी, DESI के द्वारा की गई डार्क एनर्जी की विस्तृत मैपिंग, शायद हमें इस रहस्यमयी शक्ति की प्रकृति जानने में कुछ महत्वपूर्ण सुराग दे सके।

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