भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए जमीनी स्तर पर उद्यमिता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए नीति आयोग ने अपने आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (Aspirational Blocks Programme – ABP) के तहत ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल शुरू की है। ‘वोकल फॉर लोकल’ के जरिये नीति आयोग यह सुनिश्चित करना चाहता है कि देश के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्थानीय लोगों के सशक्तिकरण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। यह पहल नीति आयोग के आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (ABP) का एक अहम हिस्सा है। इसका उद्देश्य आकांक्षी ब्लॉकों से जुड़े लोगों के भीतर आत्मनिर्भरता की भावना को प्रोत्साहित करना और उन्हें सतत संवृद्धि और समृद्धि की ओर प्रेरित करना है।
‘वोकल फॉर लोकल’ पहल:
- आत्मनिर्भरता पर जोर: ‘वोकल फॉर लोकल’ भारत के उन क्षेत्रों की आर्थिक और सामाजिक विकास क्षमता पर केंद्रित है जो विकास की मुख्यधारा में पूरी तरह शामिल नहीं हो पाए हैं। यह स्थानीय स्तर पर क्षमता निर्माण (capacity building) के माध्यम से आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना चाहता है।
- स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को मजबूती: यह पहल स्थानीय प्रतिभा, कौशल और संसाधनों का लाभ उठाकर स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने पर केंद्रित है। इसका लक्ष्य स्थानीय स्तर पर रोजगार के अधिक अवसर पैदा करना एवं आर्थिक संभावनाओं को विकसित करना है।
- सतत विकास और समृद्धि का लक्ष्य: लघु और मध्यम उद्योगों (MSMEs) को बढ़ावा देने के द्वारा ‘वोकल फॉर लोकल’ इन दूरस्थ क्षेत्रों में सतत विकास और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करना चाहता है। यह पर्यावरण-अनुकूल (eco-friendly) विकास पर बल देता है।
कार्यान्वयन की रणनीति:
‘वोकल फॉर लोकल’ को कई प्रमुख सरकारी और डिजिटल प्लेटफॉर्म के साथ साझेदारी में कार्यान्वित किया जा रहा है, जिसके मुख्य बिंदु हैं :
- GeM और ONDC के साथ सहयोग: सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) और ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) प्लेटफॉर्म उद्यमियों और स्थानीय व्यवसायों को डिजिटल दुनिया में जोड़ने में मदद करेंगे। इनके जरिए वे नए बाजारों तक पहुंच बनाएंगे, अपने उत्पाद बेचेंगे और अपनी आर्थिक संभावनाओं में वृद्धि करेंगे।
- व्यावसायिक सहायता: ई-कॉमर्स ऑनबोर्डिंग, वित्तीय सहायता, डिजिटल साक्षरता और अन्य आवश्यक प्रशिक्षण कार्यक्रम उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे छोटे उद्यमियों को अपने कार्यों को बढ़ाने के लिए आवश्यक उपकरणों और ज्ञान से लैस होने में मदद मिलेगी।
- आकांक्षा विंडो: GeM पोर्टल पर बनाई गई ‘आकांक्षा विंडो’ आकांक्षी ब्लॉक में स्थानीय उत्पादों की दृश्यता बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित होगी। यह एक डिजिटल खिड़की है जिसमें आकांक्षी जिलों से जुड़े 500 ब्लॉक के स्वदेशी उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा।
क्या है आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (ABP)?
नीति आयोग द्वारा संचालित आकांक्षी ब्लॉक्स कार्यक्रम (ABP) ‘वोकल फॉर लोकल’ पहहल की आधारशिला है। इसे 2023 में आकांक्षी जिला कार्यक्रम (Aspirational Districts Programme – ADP) की सफलता से प्रेरणा लेकर शुरू किया गया था।
- फोकस: इस कार्यक्रम का उद्देश्य शासन व्यवस्था में सुधार लाकर भारत के सबसे दुर्गम और अपेक्षाकृत अविकसित ब्लॉकों में नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है।
- कवरेज: इस कार्यक्रम के अंतर्गत वर्तमान में 27 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों के 500 ब्लॉक शामिल हैं।
- रैंकिंग्स और मूल्यांकन: ABP एक डेटा-आधारित दृष्टिकोण का उपयोग करता है। कार्यक्रम की प्रगति के मूल्यांकन के लिए स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं संबद्ध सेवाएं, बुनियादी ढांचा और सामाजिक विकास जैसे 5 मुख्य विषयों पर आधारित 40 सामाजिक-आर्थिक संकेतकों का उपयोग किया जाता है।
कार्यक्रम की रणनीति:
ABP की सफलता का श्रेय इसकी प्रभावी कार्यनीति को जाताता है, जिसमें शामिल हैं:
- अभिसरण (Convergence): केंद्र और राज्य स्तरीय योजनाओं और कार्यक्रमों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करना।
- सहयोग (Collaboration): नीति आयोग, केंद्रीय और राज्य स्तरीय मंत्रालयों, और ज़मीनी स्तर पर ज़िला और ब्लॉक प्रशासन के बीच मज़बूत समन्वय ।
- प्रतिस्पर्द्धा (Competition): ब्लॉकों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा को बढ़ावा देने के लिए जन भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे वे एक-दूसरे के अनुभवों से सीखकर आगे बढ़ते हैं।
वोकल फॉर लोकल’ पहल का महत्व:
‘वोकल फॉर लोकल’ पहल भारत के विकास प्रयासों में निम्नलिखित तरीकों से क्रांतिकारी साबित हो सकती है:
1. रोजगार सृजन:
‘वोकल फॉर लोकल’ पहल के माध्यम से लघु और मध्यम उद्योगों (MSMEs) को बढ़ावा देने से देश में रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी। यह युवाओं को उद्यमिता अपनाने और स्वरोजगार के अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
2. आत्मनिर्भर भारत:
यह पहल भारत को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। स्थानीय उत्पादों और सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करके, भारत विदेशी निर्भरता कम कर सकता है और अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकता है।
3. ग्रामीण विकास:
‘वोकल फॉर लोकल’ पहल ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और समृद्धि को बढ़ावा देगी। यह ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को प्रोत्साहित करेगा और लोगों को अपनी आजीविका के लिए बेहतर अवसर प्रदान करेगा।
4. सामाजिक समावेश:
यह पहल महिलाओं, युवाओं और पिछड़े वर्गों के लोगों को सशक्त बनाने में मदद करेगी। यह उन्हें उद्यमिता अपनाने और अपनी आर्थिक क्षमता का पूर्ण लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
5. डिजिटलीकरण:
‘वोकल फॉर लोकल’ पहल डिजिटलीकरण को बढ़ावा देगी। MSMEs को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और डिजिटल टूल्स तक पहुंच प्रदान करके, वे अपनी पहुंच और बाजार को बढ़ा सकते हैं।
6. स्थायी विकास:
यह पहल पर्यावरण के अनुकूल और स्थायी विकास को बढ़ावा देगी। स्थानीय उत्पादों और सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करके, भारत अपनी कार्बन फुटप्रिंट को कम कर सकता है और एक स्थायी भविष्य की दिशा में काम कर सकता है।
आकांक्षी जिला कार्यक्रम (ADP):
आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (ABP) की सफलता पूर्व में लागू किए गए नीति आयोग के आकांक्षी जिला कार्यक्रम (ADP) पर आधारित है। ADP की सफलता निम्न बिंदुओं के आधार पर प्रदर्शित होती है:
- ADP की उत्पत्ति: ADP को 2018 में देश के विकास में पिछड़े 112 जिलों के उत्थान के लिए लॉन्च किया गया था।
- मूल्यांकन और रैंकिंग : यह कार्यक्रम मुख्य चालक के रूप में राज्यों की भूमिका को स्वीकार करता है तथा प्रत्येक जिले की क्षमता पर ध्यान केंद्रित करता है। इसमें तत्काल सुधार के लिए जल्दी प्राप्त होने वाले परिणामों की पहचान की जाती है और हर महीने जिलों की रैकिंग करके प्रगति को मापा जाता है। इस रैंकिंग से ब्लॉकों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का माहौल बनता है।
निष्कर्ष:
‘वोकल फॉर लोकल’ पहल भारत के आर्थिक भविष्य को आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह पहल रोजगार सृजन, आत्मनिर्भरता, ग्रामीण विकास, सामाजिक समावेश, डिजिटलीकरण और स्थायी विकास को बढ़ावा देगी। नीति आयोग, सरकार और नागरिकों के समन्वित प्रयासों से यह पहल भारत को एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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