WHO Prequalifies Mpox Vaccine MVA-BN for Global Use; Mpox के खिलाफ वैक्सीन MVA-BN को WHO ने किया प्रीक्वालिफाइड:

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में Mpox के खिलाफ पहली वैक्सीन MVA-BN को प्रीक्वालिफाइड किया है, जो एक महत्वपूर्ण कदम है। यह वैक्सीन डेनिश फार्मास्युटिकल कंपनी बवेरियन नॉर्डिक द्वारा विकसित की गई है। Mpox, जिसे मंकीपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है, एक गंभीर बीमारी है, और इस वैक्सीन का WHO द्वारा प्रीक्वालिफिकेशन मिलना वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा में एक बड़ा मील का पत्थर है। यह लेख Mpox, MVA-BN वैक्सीन, और WHO की प्रीक्वालिफिकेशन प्रक्रिया के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालता है।

MVA-BN वैक्सीन: Mpox के खिलाफ प्रभावी सुरक्षा

MVA-BN वैक्सीन Mpox के खिलाफ दुनिया की पहली प्रीक्वालिफाइड वैक्सीन है। इसे मुख्य रूप से 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह वैक्सीन पहले ही यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में मंजूरी प्राप्त कर चुकी है, और अब WHO के द्वारा इसे वैश्विक उपयोग के लिए प्रीक्वालिफाइड किया गया है।

इस वैक्सीन की प्रभावशीलता सिंगल डोज में लगभग 76% और डबल डोज में 82% है। इसका मतलब है कि यह वैक्सीन उन लोगों को प्रभावी सुरक्षा प्रदान कर सकती है जिन्हें Mpox संक्रमण का उच्च जोखिम है। इस वैक्सीन को दुनिया भर में उन स्थानों पर जल्दी और सुरक्षित रूप से उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है जहां इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता है।

WHO वैक्सीन प्रीक्वालिफिकेशन प्रक्रिया:

WHO की वैक्सीन प्रीक्वालिफिकेशन प्रक्रिया का आरंभ 1987 में हुआ था। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों द्वारा वितरित की जाने वाली सभी वैक्सीन उच्च गुणवत्ता वाली हों। WHO प्रीक्वालिफाइड वैक्सीन की सूची में केवल उन वैक्सीन को शामिल किया जाता है जो सभी परीक्षणों में सफल होती हैं।

प्रक्रिया के तहत किसी वैक्सीन को प्रीक्वालिफाइड सूची में शामिल करने से पहले WHO उस वैक्सीन के डेटा का गहन विश्लेषण करता है। इसमें वैक्सीन के सैंपल्स का परीक्षण, वैक्सीन निर्माण स्थलों का निरीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण शामिल होता है। यह प्रक्रिया सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लिए वैक्सीन खरीदना और वितरित करना अधिक सुगम बनाती है।

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि किसी वैक्सीन का WHO की प्रीक्वालिफाइड सूची में शामिल होने का मतलब यह नहीं है कि WHO ने वैक्सीन को मंजूरी दी है। यह अधिकार केवल संबंधित देशों के राष्ट्रीय विनियामक प्राधिकरण (NRA) का होता है।

वैक्सीन प्रीक्वालिफिकेशन का महत्व:

WHO की वैक्सीन प्रीक्वालिफिकेशन प्रक्रिया का वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण योगदान है। प्रीक्वालिफाइड वैक्सीन से सरकारों, GAVI वैक्सीन अलायंस, और UNICEF जैसी अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों को तेजी से वैक्सीन खरीदने और वितरित करने में मदद मिलती है।

प्रीक्वालिफाइड वैक्सीन से देशों के राष्ट्रीय विनियामक प्राधिकरणों को भी तेजी से मंजूरी देने में सहूलियत होती है। इसके माध्यम से WHO के “विस्तारित टीकाकरण कार्यक्रम” को भी समर्थन मिलता है, जिसका उद्देश्य संक्रमण के उच्च जोखिम वाले समूहों को सार्वभौमिक रूप से टीकाकरण प्रदान करना है।

Mpox: बीमारी का परिचय

Mpox, जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था, एक जूनोटिक (जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाली) बीमारी है। इसका प्रमुख कारण मंकीपॉक्स वायरस (MPXV) है, जो ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस का हिस्सा है।

यह एक डबल-स्ट्रैंडेड DNA वायरस है, जिसका पहली बार पता 1958 में डेनमार्क में शोध के लिए रखे गए बंदरों में लगाया गया था। मानवों में इसका पहला मामला 1970 में कांगो (DRC) में दर्ज किया गया था।

Mpox का संक्रमण संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क से फैलता है। इसके अलावा, यह गर्भावस्था के दौरान माता से भ्रूण में भी फैल सकता है। इसके सामान्य लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, सूजी हुई लिम्फ नोड्स, और त्वचा पर चकत्ते शामिल हैं।

WHO के प्रयास और अंतर्राष्ट्रीय जागरूकता:

WHO ने Mpox को 2022 और 2024 में “अंतर्राष्ट्रीय चिंता का लोक स्वास्थ्य आपातकाल” घोषित किया था। इस घोषणा का मुख्य उद्देश्य वैश्विक स्तर पर Mpox के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसके रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाना था।

WHO के द्वारा MVA-BN वैक्सीन को प्रीक्वालिफाइड करने से यह सुनिश्चित होता है कि दुनिया भर में Mpox संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए यह वैक्सीन महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इसका प्रीक्वालिफिकेशन न केवल इस वैक्सीन की गुणवत्ता और सुरक्षा का प्रमाण है, बल्कि यह उन देशों को मदद भी प्रदान करता है जो इस वैक्सीन को तेजी से अपनाना चाहते हैं।

निष्कर्ष:

WHO द्वारा Mpox के खिलाफ MVA-BN वैक्सीन को प्रीक्वालिफाइड करना वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह वैक्सीन न केवल Mpox के संक्रमण से लड़ने में सहायक होगी, बल्कि उन लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी जो उच्च जोखिम में हैं। WHO की वैक्सीन प्रीक्वालिफिकेशन प्रक्रिया ने इस वैक्सीन को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है, जिससे यह दुनियाभर में लोगों तक तेजी से और सुरक्षित रूप से पहुंचाई जा सकेगी।

Mpox के खिलाफ इस वैक्सीन का प्रीक्वालिफिकेशन सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि यह वैक्सीन को वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रमों में शामिल करने का मार्ग प्रशस्त करता है। WHO की इस पहल से Mpox के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी और वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

FAQs:

Mpox क्या है?

Mpox, जिसे मंकीपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है, एक जूनोटिक बीमारी है जो मंकीपॉक्स वायरस (MPXV) के कारण होती है। यह वायरस जानवरों से मनुष्यों में फैल सकता है और निकट संपर्क से संक्रमित व्यक्ति के माध्यम से भी फैल सकता है।

Mpox के लक्षण क्या हैं?

Mpox के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, सूजी हुई लिम्फ नोड्स, और त्वचा पर चकत्ते या घाव शामिल हैं। इन लक्षणों के साथ कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द भी हो सकता है।

MVA-BN वैक्सीन क्या है?

MVA-BN एक वैक्सीन है जिसे Mpox के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने के लिए विकसित किया गया है। इसे डेनिश फार्मास्युटिकल कंपनी बवेरियन नॉर्डिक ने बनाया है और WHO द्वारा प्रीक्वालिफाइड किया गया है।

WHO प्रीक्वालिफिकेशन क्या है?

WHO प्रीक्वालिफिकेशन एक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से WHO यह सुनिश्चित करता है कि टीकाएं और अन्य चिकित्सा उत्पाद सुरक्षित, प्रभावी और उच्च गुणवत्ता वाले हैं। यह प्रक्रिया सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को तेजी से वैक्सीन खरीदने और वितरित करने में मदद करती है।

Mpox वैक्सीन की प्रभावशीलता कितनी है?

MVA-BN वैक्सीन की सिंगल डोज की प्रभावशीलता लगभग 76% है, जबकि डबल डोज में यह प्रभावशीलता 82% तक बढ़ जाती है।

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